pulse polio programme: कोरोना से भी खतरनाक जानें इसका अद्भुत सच – New Bharat Yojna

pulse polio programme: कोरोना से भी खतरनाक जानें इसका अद्भुत सच

 pulse polio programme: कोरोना से भी खतरनाक जानें इसका अद्भुत सच

pulse polio programme In India  फिर से चर्चा में है ये अभियान तो बहुत पहले भारत में शरू कर दिया गया था लेकिन पल्स पोलियो अभियान का चर्चा एक बार फिरसे 2021 में सुर्खयां बटोर रही है pulse polio programme  इसलिए चलाया गया था की भारत में पोलियो जैसे बीमारी से छुटकारा पाया जा सके

इस अभियान के तहत 5 वर्ष से काम आयु वाले बच्चो के लिए देश भर में पोलियो वक्सीनेशन मुहीम शरू क्या गया था ताकि देश के कोई भी बच्चा जन्म होने के बाद पोलियो का शिकार न हो जाये और ये अभियान अभी तक चल रहा है आइये नीचे के लेख के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान 2021 में क्या अपडेट लेकर आई है उसके बारे विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं। 

pulse polio programme

पल्स पोलियो अभियान क्या है 

What Is Pulse Polio Programme? भारत सरकार वर्ष 1995 में पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को शरू किया था और इस अभियान के अंतर्गत पोलियो मुक्त भारत बनाने में  लग गया था पल्स पोलियो अभियान के तहत भारत देश के हर जगह और खास करके जहाँ पोलियो जैसे बीमारी को बढ़ने का सम्भावना ज्यादा था वहां पर

पोलियो डोज़ देना शुरू कर दिया था जैसे जैसे लोगो को पोलियो का डोज़ पहुँचता गया वैसे वैसे भारत सरकार ने पुरे देश में पोलियो वक्सीनशन शुरू कर दिया और इस अभियान के तहत दो बून्द जिंदगी के नारे के साथ पांच साल तक के बच्चो को (OPV) (ओरल पोलियो वैक्सीन ) ड्रॉप्स पिलाना शरू कर दिया

और पोलियो अभियान शुरू होने के बाद लोगो को इस से काफी फ़ायदा मिला और पोलियो की अंतिम मरीज जनवरी 2011 में वेस्ट बंगाल के हावड़ा जिला मैं पाया गया था उसके बाद भारत में कोई भी पोलियो से संकर्मित मरीज नहीं मिला

फिर 24 फरवरी 2012 में WHO (World Health Organization) द्वारा पोलियो मुक्त भारत घोषित कर दिया गया और 2012 के दो वर्ष बाद 2014 में पोलियो मुक्त सर्टिफिकेट भारत को दे दिया गया था आज भारत देश पूरी तरह से पोलियो मुक्त  बन चूका है। 

पल्स पोलियो अभियान 2021

राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (Pulse polio day) के मौके पर 31 दिसंबर 2020 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा Pulse Polio Abhiyan 2021 का शुरुआत कर दिया गया है पल्स पोलियो कार्यक्रम के तहत पाँच वर्ष से कम आयु वाले बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाकर इस कार्यक्रम का आरंभ किया गया

उस के बाद राष्ट्रपति जी ने कहा के हमारा लक्ष्य है पुरे देश में एक करोड़ ग्यारह लाख लोगों को पोलियो टीकाकरण कराना है उस के बाद से ही देश के विभिन्न राज्यों में जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा पोलियो अभियान शुरू कर दिया गया था

 Pulse Polio Programme 2021 में लाँच करने का उद्देश्य यही था की देश में हो रहे कोरोना वायरस टीकाकरण के साथ साथ लोगों को पोलियो हेतु जागरुक एंव समाज में एक दुसरो के साथ जुड़ाव लाना है

ताकि हमारे देश में फिर से पोलियो जैसी बीमारी का शिकार कोई भी व्यक्ति न हो सके इस लिए जन्म होते ही बच्चों को दो बुन्द ज़िंदगी के पोलियो ड्रॉप पिलाकर Polio जैसी बीमारी से सुरक्षित बनाया जाता है।

पोलियो क्या है इन हिंदी 

दोस्तों १०वीं या १२वी या फिर UPSC/IAS TET जैसे परीक्षाओं में प्रश्न किया जाता है की पल्स पोलियो अभियान पर निबंध लिखें या फिर पोलियो पर कुछ न कुछ सवाल पुछा ही जाता है इस लिए इस लेख में  पोलियो के बारे में विस्तार रुप से वर्णन किया गया हा कृप्या इस लेख को ध्यानपुर्वक पढें

1940 के दशक में लम सम पोलियो जैसी बीमारी पुरे देश में फैल चुकी थी लोगों के अंदर इस बीमारी का भय और डर काफ़ी बढ़ चुका था यहाँ तक के अमेरिका भी इस से काफ़ी परिशान हो चुका था उस समय कोई भी टीका का अविष्कार नहीं था सन 1954 में Doctor Jonas Salk जो अमेरिका के रहने वाले थे उनके द्वारा पोलियो के टीका का अविष्कार किया गया था

लम सम अमेरिका के 18 लाख बच्चों पर पोलियो टीका का परिक्षण किया गया उस के बाद सन 1955 में अमेरिका में टीकाकरण अभियान शुरू किया था फिर काफ़ी समय बीत जाने के बाद भारत 1995 में पोलियो टीकाकरण अभियान (pulse polio programme) का शुभारंभ किया धीरे धीरे हर देश में टीकाकरण अभियान शुरू हो गया।

पल्स पोलियो  

विश्व स्वास्थ सभा द्वारा सं 1988 में पोलियो उन्मूलन का शुरआत किया गया था इसका उद्देश्य यही था की देश में चल रहे महामारी को रोक थाम किया जा सके उसके बाद 1995 में भारत  राष्ट्रयपति प्रणब मुखर्जी द्वारा पल्स पोलियो टीकाकरण (PPI ) की  शरुआत की थी उसके बाद वर्ष 1994 में राजधानी दिल्ली में लम सम 4000 से अधिक पोलियो टिकाकरण केंद्र खोला गया था

जिसके तहत दिल्ली के 12 लाख से अधिक बच्चो को पोलियो दवाई पिलाई गई थी इस पोलियो टीकाकरण का लाभ देखते हुए 1995 में पुरे भारत में पल्स पोलियो टिकाकरण अभियान का शरुआत किया गया ताकि भारत को पोलियो फ्री भारत बनाया जा सके।

What Is The Motto Pulse Polio Programme  

pulse polio programme पोलियो अभियान शुरू करने का मुख्य उद्देश्य ये था की पुरे देश में ५ वर्ष से कम आयु वाले बच्चो को पोलियो का डोज पिलाया जा सके ताकि देश में फिरसे पोलियो जैसी बीमारी न आ जाये

पोलियो टीकाकरण करने  के लिए समाज में जगरूकता लाने के लिए सरकार द्वारा हर शहर और गांव में पोलियो कैंप लगवाया जाने लगा ताकि लोग अपने बच्चे को पोलियो जैसे बिमारी से निपटने हेतु सुरक्षित जॉन में रखा जा सके।    

2 .50 लाख रूपये का स्कालरशिप CCB 2021 में हुआ शरुआत 

पोलियो के सम्बंधित लोगो के सवाल 

Pulse Polio Abhiyan Kya Hai ?

पल्स पोलियो अभियान एक ऐसा अभियान है जिसके तहत देश में पोलियो जैसी बीमारी से निपटने के लिए घर घर जाकर पांच वर्ष से कम आयु वाले बच्चो को पोलियो कि दवाई पिलाये जाती है ताकि फिर से किसी भी बच्चे को पोलियो जैसी बीमारी के शिकार होना न पड़े। 

पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत कब हुई थी ?

 Pulse Polio Programme In India 1995 में किया गया था। 

पल्स पोलियो कार्यकर्म का उद्देश्य क्या है ?

इस खतरनाक बीमारी से निपटने के लिए लोगो को जागरूक तथा लोगी के अंदर जुड़ाव पैदा करना ही इस कार्य कर्म का उद्देश्य है। 

पल्स पोलियो कार्यक्रम के तहत ( OPV ) ओरल पोलियो वैक्सीन किस आयु में दी जाती है ?

0 से 5 वर्ष के बच्चो को OPV दी जताई है।  

pulse polio programme

पोलियो होने का लक्षण 

शुरुआती लक्षण पोलियो का ये है की बुखार का हो जाना गर्दन को घुमाने में दिक्कतों का सामना करना उलटी का होना सर में दर्द होना ये सब पोलियो संक्रमण होने का लक्षण है  

पोलियो संक्रमण फैलता कैसे है , दोस्तों रिसर्च के दौरान बताया गया है के एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में इसका लक्षण फ़ैल सकता है और मल मार्ग द्वारा भी पोलियो का संक्रमण फैलने का ज्यादा सम्भावना रहता है इतना ही नहीं खाने पीने के माध्यम से भी पोलियो वायरस एक दूसरे को संकर्मित कर सकते हैं

रिसर्चो के मुताबिक पोलियो वायरस सबसे पहले मनुष्य के आंत पर हमला करता है उसके बाद Nervous System में प्रवेश करता है फिर इंसान के पुरे शरीर में तेजी से फैलने लगता है और इस बीमारी से लोग अपाहिज हो जाते हैं और इस अपाहिज के साथ

पुरे जीवन संघर्ष करना पड़ता है दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है की इस बीमारी के संकर्मित व्यक्ति के लिए कोई भी सटीक इलाज अभी तक नहीं बना है जो पोलियो संकर्मित व्यक्ति को ठीक कर सके। 

अभी पोलियो संकर्मित देश कौन कौन सा है 

भारत तो पोलियो मुक्त देश में शामिल हो चूका है लेकिन अभी भी कुछ देश ऐसे हैं जो पोलियो वायरस से जूझ रहें है और वह देश अभी तक पोलियो मुक्त देश नहीं बन पाया है जैसे 

पाकिस्तान, नाइजेरिया , अफ़ग़ानिस्तान, केन्या , एथोपिआ , सुमलिआ , सीरिया , कैमरून , ये सारे देशों में अभी भी पोलियो वायरस लोगो को परेशान कर रहा है। 

नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन

World Polio Day – राष्ट्रीय पोलियो दिवस 

पल्स पोलियो दिवस हम क्यों मानते हैं ? पल्स पोलियो दिवस का महत्त्व ये है की लोगो को पोलियो हेतु जागरूक करने के लिए मनाया जाता है साथ में डॉक्टर जोनास साल्क जिन्होंने पोलियो को जड़ से मिटाने के लिए पोलियो वैक्सीन का आविष्कार किया

उनके के जन्म दिन के ख़ुशी में 24 ओक्टुबर को मनाया जाता है उसके बाद ग्लोबल पोलिय ईरादिकेशन इनिशिएटिव (GPEI) द्वारा वर्ष 1988 में  पुरे दुनियां से लम सम 99 प्रतिशत पोलियो वायरस को जड़ से ख़तम करने में सफल रहा है। 

काफी लोगो का सवाल था के पोलियो कितने प्रकार के होते हैं तो दोस्तों बताना चाहूंगा की जैसे कोरोना वायरस का पहला दूसरा तीसरा के बाद अब चौथा लहर भारत में शरू हो चूका है इसी प्रकार से पोलियो वायरस का भी लहर चला था जिसका नाम Wild polio virus 1 (WPV 1) (WPV 2) (WPV 3) था 

लेकिन अभी पूरी दुनिया से WPV 2 और 3 का लहर  ख़तम हो चूका है लेकिन वाइल्ड पोलियो वायरस 1 का लहर अभी भी कुछ देशों में चल रहा है खास कर के अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में पोलियो के पहला लहर से लोग ज्यादा संकर्मित हो रहे हैं। 

Pulse Polio Immunization

पोलियो वैक्सीन दो प्रकार के हैं नंबर 1 Oral Polio Vaccine (OPV) 

ओरल पोलियो वैक्सीन का पहला डोज़ बच्चे के जन्म होने के बाद दिया जाता है और जब बच्चे 6 से 14 हफ्ते के हो जाते हैं तब उनको वैक्सीन का 3 डोज और दिया जाता है उसके बाद जब बच्चा 16 से 24 माह के हो जाते हैं तब उनको एक  Booster Dose दिया जाता है ताकि बच्चे को बड़े होने में कोई परेशानी न हो

नंबर 2 Injectable Polio Vaccine (IPV) 

ये वैक्सीन एडिशनल तौर पर रखा जाता है तो इस वैक्सीन का उपयोग जल्दी नहीं किया जाता है।   

पोलियो शरीर के कौन से अंग को प्रभावित करता है 

सब से पहले पोलियो रीढ़ की हड्डी को लूज़ कर देता है शरीर के नस द्वारा मनुष्य के आंत पर प्रभाव डालता है फिर लोगो को अपाहिज बना देता है काफी लोगो का ये भी प्रश्न था की पोलियो कैसे ठीक होगा ?

तो दोस्तों जानकारी के लिए बता दूँ की ये वायरस इतना खतरनाक है की जिसके शरीर के अंदर ये वायरस प्रवेश कर गया फिर उसका कोई इलाज नहीं है जीवन भर इस बीमारी से जूझना पर सकता है। 

पल्स पोलियो अभियान

pulse polio programme PDF 

इस आर्टिकल माध्यम से पल्स पोलियो अभियान के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश किया गया है फिर भी अगरऔर मुख्य जानकारी लेना चाहते हैं तो pulse polio programme  Official Website पर जाकर पल्स पोलियो अभियान पीडीऍफ़ में डाउनलोड कर के पढ़ सकते हैं।