Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana
New Bharat Yojana में आप का स्वागत है आज हम इस लेख के माध्यम से ये जानेंगे कि Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana है किया?
और भारत में इस योजना की जरुरत क्युँ पड़ी? और आपको इस का लाभ कैसे मिलेगा? आइये इस लेख के माध्यम से इस योजना का लाभ लेने की कोशिश करते हैं
साथियों भारत के मात्स्य पालन में बहुत सारी कमियाँ है जैसे मात्स्य का उत्पादकता में कमी है और इंफ़्रास्ट्रक्चर जो है उसका आधुनिकरण भी नहीं हो पाया है
समुद्र में मछलियों को पता लगाने की योग्यता कम है और टेक्नोलॉजी का प्रयोग नहीं है अभी भी परम्परागत तरीक़ों से मछलियों को पालन पोषण की जाती है इनसारी कमियों को दुर करने के लिए
मतलब के भारत के मात्स्य के अंदर जो भी कमियाँ है उसको टेक्नोलॉजी और महत्वपूर्ण तकनीक द्वारा अच्छा बेहतर बनाने के लिए प्रधान मंत्री मात्स्य संपदा योजना की शुरुआत की गई है।
क्या है मात्स्य सम्पदा योजना
मात्स्य सम्पदा योजना एक एसा योजना है जिसके अंतर्गत सरकार ने भारत वासियों को मात्स्य पाल/मछली पालन करने का एक मुहिम है इस मुहिम में भारत में रोज़गार और व्यवसाय करने का ज़्यादा से ज़्यादा अवसर मिलेगा
जिस से भारत वासियो को काफ़ी लाभ होने वाला है इस योजना के लिए केंद्र सरकार क़रीब 20 हजार करोड़ रुपये निवेश कर रही है और Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana भारत के हर राज्य में लागु किया गया है।
PM Matsya Sampada Yojana का एलान कब हुआ ?
मत्स्य संपदा योजना का एलान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने 15 मई को घोषणा बजट में की थी इसयोजना का शुरुआत करने के लिए क़रीब 20 हजार करोड़ रुपये का घोषणा भी की थी।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना
Pradhan Mantri Matsya Sampada योजना का उद्देश्य
Matsya Sampada yojana का उद्देश्य ये है कि मछली पकड़ने का का जो इन्फ़्रास्ट्रक्चर उसको मज़बूत किया जाएगा और मछलियों का उत्पादकता बढाइ जाएगी
और मछलियों का पैदावार प्रबंध इन सारी चीजों को ध्यान रखा जाएगा बताना चाहूँगा की पुरे विश्व में मछली सेक्टर में चैलेंज आ रहे हैं समुद्र में मछलियों की कमी होती जा रही है
इस का कारण जलवायु परिवर्तन है अभी का दौड़ एसा है ख़ासकर के भारत में के मछलियों को पकड़नेके लिए मछुआरों को समुद्र के काफ़ी गहराइयों में जाना पड़ता है
लेकिन इस के लिए ये सोचना होगा अब के मछली समुद्र में कहाँ पर है मछली पता लगाने की योग्यता को बढ़ाने पर खास ध्यान रखा जाएगा उस के लिए हमें टेक्नोलॉजी का सहारा लेना पड़ेगा तो पीएम मत्स्य संपदा योजना का उद्देश्य है की इन सारी चीजों पर विशेष ध्यान रखा जाए।
नीली क्रांति (Blue Revolution) योजना का लक्ष्य क्या है?
हम सब से पहले जानने की कोशिश करते हैं नीली क्रांति (Blue Revolution) के बारे में क्योंकि इस से ये मालूम हो जाएगा कि इन सारी चीजों की शुरुआत कैसे हुआ ?
Blue Revolution का उद्देश्य ये था कि भारत में मछली उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा ये सातवाँ प्लान था भारत का जिसको लॉन्च किया गया था 1985 से 1990 तक
और इस योजना (Blue Revolution) के माध्यम से केन्द्र सरकार (FFDA) Fish farming development agency को स्पेंसर्स करना शुरु किया इस से बहुत सारे बदलाव देखने को मिले हमारे भारत के अंदर नई नई तकनीक को अपनाना शुरू किया गया
जैसे की मछलियों का प्रजन्न,मछलियों का पालन पोषण,मछली उत्पादन का विपणन ,मछलियों का निर्यात इत्यादि।
नीली क्रांति (Blue Revolution) का उद्देश्य
नीली क्रांति का 3 उद्देश्य था
1 . मैकेनिकल और तकनीकी विकास करना (Mechanical and Technical Development)
2 . जलीय कृषि के लिए प्रोत्साहन करना (मछलियों को पालना) (Encouragement to aquaculture) (Fish farming)
3 . सह–सहायक और विपणन की सुविधा देना (Facility of co-aperative and marketing)
Blue Revolution ने क्या प्राप्त किया?
Blue Revolution ने काफी चीज़ें प्राप्त किया है जैसे के आप देख सकते हैं कि अंध्रा प्रदेश और तमिलनाडु नेश्रिम्प फ़ार्मिंग का भी शुरुआत कर दिया है।
बताना चाहूँगा की भारत में 1800 से अधिक प्रजातियाँ है मछलियों का ये मछलियाँ समुद्र में भी पाइ जाती हैऔर नदियों में भी पाइ जाती हैं और इन मछलियों में से बहुत सारी मछलियाँ एसी भी है
जो व्यवसायी तौर परबहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है इन में से कुछ मछलियों का नाम है जो भारत देश में उन मछलियों का बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है
जैसे के Catfish, herring , mackerels, Perches, Mullets, Indian Salmon, Shellfish, Eels , इत्यादि।
जो आठवाँ पॉच साल का योजना था जो 1992 से 1997 तक चला वह योजना Intensive marine fisheries programme के नाम से लॉन्च किया गया था
उस में बहुत सारी प्राइवेट कंपनियों ने भी अपना योगदान दियाथा इस के तहत भारत में बहुत सारे फीशिंग हार्बर भी बनाए गए थे जैसे के टुटीकोर्न , पोरबंदर, होनावर विशाखा पटनम, धर्मरा, कोंचीं इत्यादि।
इसके अलावा भारत में कई रिसर्च सेंटर भी बनाए गए जिस से मछलियों का प्रोडक्शन पोषण पालन दोनों पुरा कर सके
जैसे की फ्रेशवाटर मछलियों के लिए बनाया गया कोलकाता में मरीन फीश के लिए बनाया गया तमिलनाडु में और मुंबई में और सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरिज इंजीनियरिंग ट्रेनिंग बना कोंचीं में।
Blue Revolution का टार्गेट क्या है? और अभी का टार्गेट किया है?
Blue revolution का टार्गेट ये है की 15 मिलियन टन मछलियों का उत्पादन करना है 2020 तक और येBlue Revolution के अंतर्गत किया जाएगा
और 2022-23 तक केन्द्र सरकार का टार्गेट है कि इसे बढ़ा कर20 मिलियन टन तक ले जाना है।
भारत में मत्स्य पालन का Scenario
अगर भारत में देखा जाए तो अभी Matsya Sampada का किया Scenario है तो भारत में अभी लम सम 1.5 करोड़ मच्छुआरे हैं और 14 मिलियन फ़िशरमैन हैं
हर प्रकार की मछलियाँ भारत में उपलब्ध है चाहे वो समुद्री मछलियाँ हो या फिर किसी नदी की मछलियाँ हों या फिर नमकीन पानी का मछली हो कृषि मंत्री का कहना है
कि पुरे विश्व में भारत दूसरे नंबर पर आता है मत्स्य पालन करने में पहला नंबर चीन का है दुसरा नंबर भारत का है।
विश्व में जितना भी मछलियों का उत्पादन होता है उसका 6.3 % भारत में होता है और वह भारत के GDP को1.1 % बढ़ाने में योगदान करता है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana PDF
अगर आप Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana का पी डी एफ फ़ाइल डाउनलोड करना चाहते हैं या देखना चाहते हैं तो इस लिंक परक्लिक कर के डाउनलोड कर सकते हैं।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana Online Apply
अगर आप Pradhan Mantri Matsya Sampada के लिए ऑनलाइन या ऑफ़लाइन आवेदन करने के लिए सोच रहे हैं तो बताना चाहूँगा कि अभी सरकार के ओर से आवेदन करने का कोई प्रक्रिया सामने नहीं आइ है
और न ही कोई पोर्टल लाँच किया गया है आवेदन करने के लिए उम्मीद है कि सरकार के ओर से इस योजना का प्रारंभ जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा और जैसे ही कोई भी आवेदन करने का प्रक्रिया मिलता है
तो इस वेबसाइट पर आपको अपडेट मिल जाएगा अगर और महत्वपूर्ण जानकारी लेना चाहते हैं इस योजना के बारे में तो सरकार के ऑफिसियल वेबसाइट http://nfdb.gov.in/PMMSY पर जाकर जानकारी ले सकते हैं।